अपने से बलवान् सेना सहसा आक्रमण करके अपनी रक्षा कर लेती है।
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अपने से बलवान् सेना सहसा आक्रमण करके अपनी रक्षा कर लेती है।
3.
सहसा आक्रमण होने पर अपने आकार की वजह से वे दब भी सकते हैं.
4.
सहसा आक्रमण होने पर अपने आकार की वजह से वे दब भी सकते हैं.
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ये सहसा आक्रमण करते हैं, अदृश्य हो जाते हैं और थोड़ी दूर पर ही प्रकट हो जाते हैं।
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ये सहसा आक्रमण करते हैं, अदृश्य हो जाते हैं और थोड़ी दूर पर ही प्रकट हो जाते हैं।
7.
• टेढ़ी खीर-कठिन काम।• टूट पड़ना-सहसा आक्रमण कर देना।• टोपी उछालना-अपमान करना।• ठंडा पड़ना-क्रोध शान्त होना।
8.
(1) गिल्टीवाला प्लेग (ताऊन, ब्यूबोनिक प्लेग), जिसमें अंगपीड़ा, सहसा आक्रमण, तीव्र ज्वर तथा त्वरित नाड़ी होती है, दो तीन दिन में गिल्टी निकलती है और दो सप्ताह में पक जाती है ;